घेपन व गेंपग देवताज- यह लाहौल का राजा है। देवाधिपति है। सुख-दुःख का साथी, ताकतवर, शक्तिमान हैं। गेपंग शिशु गाँव में रहता है। यहाँ उसका मंदिर है। कारदार हैं। सम्पति है। यहीं से उसका गुण मिलता है। लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। देवता का दूसरा भाई मलाणा का जमूल है। वह भी गेपंग का। साल में एक बार दोनों अवशय मिलते हैं। शिशु गाँव समुद्रतल से 3,110 मीटर (10,200 फुट) की ऊंचाई पर बसा है। शिशु गेपंग चोटी की तलहटी में है। चोटी 5,856 मीटर (19210 फुट) की ऊंचाई पर है। गेपंग कहता है कि लाहौल मैंने बसाया है। गेपंग लद्दाख में रहते थे। लाहुली में "गेपंग" का अर्थ "धर्म को छोड़ना" या "पुण्य का त्याग" है। गेपंग ने यहाँ जीवन दिया है। वह "अधर्मी" कैसे हो सकता है। गेपंग ने यहाँ जीवन दिया है। वह "अधर्मी" कैसे हो सकता है। गेपन ने ही अपने बल से घाटी में राक्षसों का नाश किया।
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